हल्द्वानी में 8 नवंबर से तीन दिवसीय जोहार महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जो सीमांत संस्कृति के रंगों से भरपूर होगा। इस महोत्सव का शुभारंभ 8 नवंबर को दोपहर 1 बजे सांस्कृतिक जुलूस के साथ होगा, जिसमें पर्वतीय सीमांत क्षेत्र की जड़ी-बूटियां, औषधियां, हस्तशिल्प, लोककला और लोकसंस्कृति का अनूठा संगम देखने को मिलेगा।
पहले दिन जोहारी शौका समुदाय के सदस्य पारंपरिक परिधानों में ढोल-दमाऊ की थाप पर सांस्कृतिक झांकियां प्रस्तुत करेंगे। दूसरे दिन जोहारी शौका व्यंजन प्रतियोगिता, माँ नैना सांस्कृतिक कला मंच की प्रस्तुति और मुनस्यारी की हथकरघा एवं हस्तशिल्प वस्तुओं का मिनी म्यूजियम प्रदर्शन होगा। तीसरे दिन बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता, पिथौरागढ़ के छोलिया नृत्य, बच्चों का फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता और युवाओं का शीका ड्रेस शो आयोजित किया जाएगा।
इस महोत्सव में उत्तराखंड की सीमांत संस्कृति, परंपरा और लोकजीवन को करीब से जानने का अनोखा अवसर मिलेगा।
